Learner factors and Transfer of learning

LEARNER FACTORS

आयु छोटे उम्र के बालक भाषा का अनुकरण बड़ों से जल्दी कर पाता है उसीप्रकार कम आयु में हम ज्यादा बोलते हैं . तब किसी भी तरह का हिचकिचाहट भी नहीं होता भाषा स्वाभाविक रूप से सीखी जाती है.

लिंग लडकों से ज्यादा लड़कियां भाषा सीखने में काबिल साबित हुआ है.लम्बे वाक्यों के बोलने और शुद्ध उच्चारण में लड़कियां लडकों से आगे सिद्ध हुआ है.

बुद्धि एक अन्य भाषा को सीखना बुद्धिपरक कार्य है. बहु बुद्धिवाद में भाषण तथा गायन
बुद्धि को स्वीकार किया गया है.छोटी कक्षाओ में शब्द भंडार की वृद्धि बुद्धि का कारण बताया गया है .संवेगात्मक बुद्धि का भी सम्बन्ध अन्यभाषा शिक्षण से सिद्ध किया गया है

मनोभाव अन्य भाषा सीखते समय छात्रों का मनोभाव भी एक मुख्य कारण है.भाषा के प्रति छात्रों में एक सकारात्मक मनोभाव या दृष्टिकोण का होना भाषा सीखने में सहायता करेंगे.इसके लिए हम खेल विधि ,फिल्म शो , नाटक आदि का आयोजन कर सकते हैं.

अभिरुचि भाषा के प्रति विशेष अभिरुचि रखनेवाले छात्र भाषा जल्दी सीखते हैं.छात्रों की अभिरुचियो को जानकर शिक्षा देने से शिक्षण सफल होंगे.

व्यक्तित्व छात्र का व्यक्तित्व भी अधिगम में सहायता दे सकती है.व्यक्तित्व का सम्बन्ध मनोविज्ञान से है.इसलिए एक व्यक्ति की सारी विशेषतायें अधिगम प्रक्रिया में प्रकाश डालते हैं.

ज्ञानात्मक शैली कक्षा में प्रस्तुत करनेवाले सभी कार्य सभी छात्र एक ही प्रकार नहीं करते.प्रत्येक छात्र अपनी अपनी ज्ञानात्मक रीति के अनुसार ही उसे अपनाते हैं.शिक्षण रीति भी अधिगम को प्रभावित कर सकता है.

अभिप्रेरणा अभिप्रेरणा छात्रों के अधिगम को बढाने में सहायक होती हैं.सीखने के लिए यह अत्यंत आवश्यक है.छात्रों  को आवश्यक प्रोत्साहन देने से सीखने की इच्छा उनमे जगाने से सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार से प्रशंसा करने एवं पुरस्कार देने से छात्र सीखने के लिए प्रेरित हो जायेंगे.


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अधिगम स्थानांतरण (transfer of learning)

एक विषय का सीखना किसी दूसरे विषय के सीखने में बाधा या सहायता करे तो उसे अधिगम स्थानांतरण कहते हैं.अर्थात किसी विचार या क्षमता का नए क्षेत्र में विनियोग है.
मुख्यतःतीन प्रकार के हैं—
1 सकारात्मक स्थानांतरण
यहाँ  अर्जित ज्ञान नवीन ज्ञान की प्राप्ति में सहायता पैदा करती है  जैसे सैकिल चलाना स्कूटर चलाने में सहायता करती है .
टाइप राइटिंग जाननेवाला लैपटॉप के कीबोर्ड में जल्दी टाइप करता है .

2 नकारात्मक /निषेधात्मक स्थानांतरण
अर्जित ज्ञान नवीन ज्ञान में बाधा पैदा करता है.
उदाहरण के लिए मातृभाषा का नकारात्मक  प्रभाव विदेशी भाषा सीखने में और  स्कूटर चलाना कार चलाने में बाधा पैदा करता है

3 शून्य स्थानांतरण
अर्जित ज्ञान नवीन ज्ञान पाने में न सहायता करता है न बाधा तो उसे हम शून्यात्मक स्थानांतरण कहते हैं .
जैसे भाषा की जानकारी गणित सीखने में न सहायता देती है न बाधा. गाडी चलाना और  तैरना.





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