Bahubudhivaad by Howard Gardner

होवार्ड गार्डनर का बहुबुद्धिवाद (1991)  (Multiple intelligence)
होवार्ड गार्डनर के अनुसार मनुष्य में सिर्फ एक बुद्धि नहीं बल्कि विभिन्न बुद्धि सम्मिलित है .उन्होंने इसी क्षेत्र में किये शोध के आधार पर आठ बुद्धि का परिचय दिया है .यही बुद्धिवाद सिद्धांत है .
गार्डनर द्वारा प्रस्तावित बुद्धि क्षेत्र
1 भाषाई बुद्धि(Linguistic  Intelligence)
वाक्यों और शब्दों की बोध क्षमता ,शब्दावली शब्दों के क्रमों के बीच संबंधों को पहचानने की क्षमता आदि सम्मिलित होती है.
उदहारण: कवि ,पत्रकार, लेखक, व्याख्याता, वकील आदि.
2 तार्किक गणितीय (Logical-Mathematical  Intelligence)
इस बुद्धि में तर्क करने की क्षमता ,गणितीय समस्याओं का समाधान करने की क्षमता ,अंको के क्रम के पीछे छिपे सम्बन्ध को पहचानने की क्षमता आदि
उदहारण:गणितज्ञ , वैज्ञानिक
3  स्थानिक बुद्धि (Spatial   Intelligence)
इसमें स्थानक चित्र (spatial figure) को मानसिक रूप से परिवर्तन करने की क्षमता तथा स्थानिक कल्पना शक्ति (spatial visualisation) करने की क्षमता आदि सम्मिलित होती हैं.
उदहारण:मूर्तिकार ,इंजिनियर ,नेविगेटर ,सर्वेक्षण अधिकारी आदि
सांगीतिक /गायन बुद्धि (Musical  Intelligence)
विभिन्न ध्वनि एवं स्वरों को पहचानना ,गाना ,ताल ,लय,गति ,आरोह अवरोह आदि का बोध और उसकी सृष्टि करना आदि
उदहारण:संगीतकार ,गायक ,वाद्य यंत्रो को बजानेवाला
शारीरिक – गतिक बुद्धि(Bodily –Kinesthetic   Intelligence)
अभिव्यक्ति के लिए अपने शरीर का कुश्लतापुर्वक प्रयोग करना ,लक्ष्य केन्द्रित उद्देश्यों के लिए शारीरिक अंगो का कुश्लतापुर्वक प्रयोग करना आदि .
उदहारण:नर्तक ,खिलाडी ,एथलेट , तैराक ,न्यूरो सर्जन , शिल्पकार आदि.
6 व्यक्तिगत आत्मन बुद्धि(Intra- personal Intelligence)
भावो और संवेगों का निरीक्षण करने ,उनमे भेद करने तथा मानव व्यवहार को निर्देशित करने की क्षमता .
उदहारण: योगी ,संत
7 व्यक्तिगत अन्य बुद्धि(Inter personal  Intelligence)
अन्य व्यक्तियों के भावो एवं आवशयकताओ को समझने की क्षमता होती है.उनकी मनोदशाओ को जानकर उसी के अनुसार व्यवहार करने की क्षमता ऐसे व्यक्तियों में होती है .
उदहारण: राजनेता ,विक्रेता ,चिकित्सक आदि .
8 प्राकृतिक बुद्धि(Naturalistic   Intelligence)
 प्रकृति को समझने की क्षमता ऐसे व्यक्तियों में ज्यादा होती है .
  उदहारण: किसान , जैव वैज्ञानिक आदि
9 अस्तित्ववादी  बुद्धि (Existential  Intelligence)
  मानव संसार के छिपे रहस्यों को, ज़िदगी ,मौत तथा मानव की वास्तविकता को जानने की क्षमता.         उदहारण:  दार्शनिक चिन्तक
गार्डनर का कहना है कि,प्रत्येक व्यक्ति में उपयुक्त नौ तरह की बुद्धि होती है .लेकिन कुछ विशेष कारणों जैसे आनुवंशिकता (heridity) या प्रशिक्षण(training) के कारण किसी व्यक्ति में कोई बुद्धि अधिक विकसित हो जाती है .
शिक्षा में प्रयोग  
   गार्डनर के विचारों का प्रयोग दो क्षेत्रो में – पाठ्यक्रम तथा शिक्षण में किया गया .अब तक जिन विषयो का पाठ्यक्रम में  कोई स्थान न था उन्हें आवश्यक माना गया जैसे विचारशील लेखन , दृष्टिमय कला , स्वर लिपि आदि .

 शिक्षण के क्षेत्र में शिक्षक को ज्ञान और कलाओं को मिलाकर कार्य योजनाये बनाने की प्रेरणा देनी चाहिए .कक्षा में बैठे  एक एक छात्र की पूरी जानकारी शिक्षको को होनी चाहिए  और विभिन्न बुद्धिवाले बच्चों को पहचानकर उनकी विशिष्ट बुद्धि का विकास करना चाहिए ‌‍.

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